क्या तुम जानते हो कि एस्बेस्टस क्या है एस्बेस्टस एक ऐसा विचित्र पदार्थ है जो आग नहीं पकड़ता। ‘एस्बेस्टस’ शब्द ग्रीक भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है अशमनीय (Inextinguishable)। इस पदार्थ का आविष्कार कोई नया नहीं है। लगभग 2000 वर्ष पूर्व रोम के लोग ऐस्बेस्टस की चादरों का इस्तेमाल मुर्दो को लपेटने के लिए करते थे। इनमें शव काफी दिनों तक सुरक्षित रहता था।

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एस्बेस्टस का उपयोग
कीसी भी पदार्थ को जब जलती हुई भट्टी में रखा जाता है तो वह जलकर राख बन जाता है, लेकिन ऐस्बेस्टस (Asbestos) एक ऐसा पदार्थ है जो आग में डालने पर नहीं जलता। आग बुझाने वाले दल के लोग ऐस्बेस्टस से बने कपड़े पहनकर बिना झिझक के जलते हुए मकानों में घुस जाते हैं। उनके कपड़े, जूते, दस्तानें, हेलमेट आदि सभी ऐस्बेस्टस के रेशों से बने होते हैं।
ऐस्बेस्टस एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण पदार्थ है। इससे आग में न जलने वाले (Fire-proof) कपड़े बनाए जाते हैं। इसे भट्टियों के पास काम करने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं। भट्टियों की ऊष्मा को बेकार न जाने देने के लिए उनके अन्दर ऐस्बेस्टस की चादरें लगाई जाती हैं। इससे आग में न जलने वाला कागज भी बनाया जाता है। ऐस्बेस्टस से रंगबिरंगी टाइलें बनाई जाती हैं। ठण्डे देशों में पानी के पाइपों पर ऐस्बेस्टस की तह चढ़ाई जाती है
एस्बेस्टस का उत्पादन और निर्माण विधि
यह पदार्थ चट्टानों से मिलता है। इसकी खाने होती हैं। खानों में इस पदार्थ का निर्माण ओलीविन (Olivine) नामक पदार्थ के विघटन से होता है। ओलीविन केल्शियमऔर मैग्नेशियम के सिलीकेट होते हैं। खानों में होने वाली रासायनिक क्रियाओं के फलस्वरूप यह पदार्थ रेशों में बदल जाता है। रुई की तरह इसके धागे काते जा सकते हैं। ऐस्बेस्टस को खानों से निकाल कर सुखा दिया जाता है। मशीनों की सहायता से इसके रेशे अलग कर दिए जाते हैं। इन रेशों को रस्सी या धागों के रूप में कात लिया जाता है। इन धागों और रस्सियों से .कपड़ा और चादरें बना ली जाती हैं। जिससे उनमें पानी नहीं जमता। इससे आग में न जलने वाले बहुत से पेन्ट, रबड, प्लास्टर और पोर्सलीन भी बनाए जाते हैं।
यह एक ऐसा पदार्थ है जो ऊष्मा और विद्युत दोनों का ही कुचालक है। इस पर अम्ल और क्षारों का भी बहुत कम प्रभाव होता है। यह 2000 से 3000 डिग्री सैल्सियस तापमान तक नहीं जलता। अब तो कुछ ऐसे ऐस्बेस्टस भी बना लिए गए हैं जो 5000 डिग्री सैल्सियस तक नहीं जलते। इसे अनुसंधान प्रयोगशालाओं में भी काम में लाया जाता है। संसार में मिलने वाले ऐस्बेस्टस का 75% उत्पादन कनाडा में होता है। इससे बनने वाली वस्तुओं का सबसे अधिक निर्माण अमेरिका में होता है, यद्यपि यहां ऐस्बेस्टस केवल 5% ही मिलता है।