यह पूछे जाने पर कि हम चिड़ियों की भांति क्यों नहीं उड़ पाते, सभी लोग कहते हैं.कि हमारे पंख नहीं हैं, इसलिए हम चिड़ियों की भांति नहीं उड़ पाते, लेकिन इस प्रश्न का यह उत्तर संतोषजनक नहीं है। मान लो – कि हम चिड़ियों की तरह पंख लगा लें तो क्या उड़ सकते हैं? अब प्रश्न उठता है कि पक्षी कैसे उड़ते हैं।

पक्षी वायु में आसानी से कैसे उड़ सकते हैं
आइये जानते है की पक्षी कैसे उड़ते हैं पक्षी उड़ने में अपने पंखों का इस्तेमाल करते हैं। तेजी से उड़ने वाले सभी पक्षियों के शरीर का ढाँचा हल्का होता है। इनकी हड्डियाँ भी हल्की होती हैं। सभी उड़ने वाले पक्षियों के शरीर में वायु भरने के लिए थैलीनूमा झिल्ली होती है। इनकी मांसपेशियाँ इनके शरीर के भार के अनुकूल मजबूत होती हैं। इन माँसपेशियों की – सहायता से पक्षी अपने पंखों को तेजी से फड़फड़ा सकते हैं। इनके शरीर की बाहरी संरचना सपाट और चिकनी होती है जिससे उड़ते समय वायु का प्रतिरोध बहुत ही कम लगता है।
जब कोई पक्षी अपने पंखों को फैला कर उड़ता है तो पंखों के फड़फड़ाने से हवा को नीचे धकेलता है और स्वयं ऊपर को उठता है। पंखों के हिलने से पैदा हुआ यह वायु का बल पक्षी को ऊपर ले जाता है। पक्षियों की अपेक्षा हमारा शरीर बहुत भारी होता है, इसलिए उसे उड़ने के लिए बहुत बड़े पंखों की आवश्यकता होगी। साथ ही हमारे शरीर में हवा भरने के लिए थैलीनुमा झिल्ली भी नहीं है, और न ही हमारी मांसपेशियों में इतनी शक्ति है कि कृत्रिम तरीकों से बनाए गए पंखों को तेजी के साथ हिलाया जा सके।
मनुष्य पक्षियों की तरह क्यों नहीं उड़ सकते
यह एक आम अनुभव की बात है कि हल्के शरीर वाले पक्षी आसानी से उड़ सकते हैं, लेकिन भारी शरीर वाले पक्षियों को उड़ने में परेशानी होती है। उदाहरण के लिए मोर और मर्गा थोड़ी ही ऊंचाई तक उड़ पाते हैं क्योंकि इनके शरीर भारी होते हैं। इनसे भी भारी शरीर वाले पक्षियों में शुतुरमुर्ग (Ostrich) और पेंगुइन (Penguin) आते हैं। ये पक्षी बिलकुल ही नहीं उड़ पाते। सारस भी एक भारी पक्षी होने के कारण थोड़ी ही दूर उड़ पाता है। उड़ने से पहले इसे जमीन पर काफी दूर भागना पड़ता है। अतः पंख लगने पर भी मनुष्य अपने शरीर के भारीपन के कारण चिड़ियों की भांति नहीं उड़ सकते।