सेब या टमाटर का रंग लाल क्यों दिखता है , घास का रंग हरा क्यों दिखता है , ब्लैकबोर्ड का रंग काला क्यों है? आदि कुछ ऐसे प्रश्न हैं जो हमारे मस्तिष्क में उठते हैं। की वस्तुओं के रंगीन दिखाई देने का क्या कारण है, इस बात को निम्न प्रकार से समझा जा सकता है।

सूर्य का प्रकाश कितने रंगों से मिलकर बना है
सूर्य का प्रकाश जो देखने में रंगहीन लगता है, वह सात रंगों का मिश्रण है। ये रंग हैं: बैंगनी (Violet), जामुनी (Indigo), नीला (Blue), हरा (Green), पीला (Yellow), नारंगी (Orange) और लाल (Red) । इन्द्रधनुष में जो रंग दिखाई देते हैं वही रंग सूर्य के प्रकाश में भी हैं। सूर्य के प्रकाश के इन रंगों को प्रिज्म की सहायता से अलग-अलग किया जा सकता है।
हमें वस्तुओं का रंग क्यों दिखाई देता हैं
किसी वस्तु का रंग इस बात पर निर्भर करता हैं कि उस वस्तु से सूर्य के प्रकाश का कौन सा रंग परावर्तित होकर हमारी आंखों तक पहुंच रहा है। उदाहरण के लिए सेब या टमाटर का रंग लाल इसलिए दिखता है कि इनके द्वारा सूर्य के प्रकाश में से लाल रंग परावर्तित कर दिया जाता है और शेष रंग सोख लिए जाते हैं। इसी प्रकार घास . हरे रंग को परावर्तित कर देती है और शेष रंगों को अवशोषित कर लेती है।
किसी वस्तु का सफेद दिखाई देना यह बताता है कि वह वस्तु प्रकाश के सभी रंगों को परावर्तित कर देती है। कोई कमीज़ सफेद इसलिए दिखती है कि वह सूर्य के प्रकाश के सभी रंगों को परावर्तित कर देती है। यदि हम सफेद कमीज पर लाल प्रकाश डालें तो लाल दिखाई देने लगेगी और हरा प्रकाश डालें तो हरी दिखाई देने लगेगी क्योंकि यह लाल और हरे रंगों को परावर्तित करती हैं। इस पर जिस भी रंग का प्रकाश पड़ेगा यह उसी रंग की दिखाई देने लगेगी।
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ब्लैकबोर्ड काला क्यों दिखता है
जब कोई वस्तु सूर्य के प्रकाश के सभी रंगों को अवशोषित कर लेती है तो उसका रंग काला दिखाई देता है। ब्लैकबोर्ड इसलिए काला दिखता है कि वह सभी रंगों को अवशोषित कर लेता है और कोई भी रंग परावर्तित नहीं करता है।